आई ग्यारस चान्न की खाटू वाले तू हमको खाटू बुला ले

तर्ज  – फिरकी वाली

आई ग्यारस चान्न की खाटू वाले
तू हमको खाटू बुला ले
करेंगे  थारी चाकरी चाहे
दरबारी मे हेलो  फिर वाले  

एक लो मैं तो आउ ना बाबा परिवार में साथ लाउगा
काम कर तो थक जाऊंगा जब मै बन्ने काम लगाऊंगा
तनख्वाह तुमसे कुछ ना मांगू जरा मुस्कुराले

तू हमको खाटू बुला ले …

महिमा सुन कर तेरी बाबा भीड़ भारी आई है
के मोटा और के छोटा है नर नारी घणी आई है
नजर ना लागे तेरे बाबा टीको तू लगवा ले

तू हमको खाटू बुला ले …

लकी तेरो दास पुरानो नये जमाने में जाने के
भोलो भालो तेरो टाबरियो झूठ कपट जाने के
तूने हीं  पाला है मुझको आगे तू ही संभाले

तू हमको खाटू बुला ले …

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *