तेरी गलियों का हु आशिक

तेरी गलियों का हु आशिक तू एक नगीना है,
तेरी नजरो से सांवरे जाम पीना है,
तेरी गलियों का हु आशिक तू एक नगीना है,

मेरे हरदम मेरे साथी मेरे साथी हमदम,
तेरी ख़ुशी मेरी ख़ुशी तेरा गम मेरा गम,
तू लहु है तू जान है तू ही पसीना है,
तेरी गलियों का हु आशिक तू एक नगीना है,

तेरे सिवा कोई दूसरा नहीं मेरा,
छोड़ू नहीं कस के पकड़ा है ये दामन तेरा,
तू ही काशी तू ही बृंदावन तू ही बरसाना है,
तेरी गलियों का हु आशिक तू एक नगीना है,

तेरे बिना एक पल भी मैं जी नहीं सकता,
ये जुदाई के दर्द को मैं पी नहीं सकता,
तेरी गलियों में सांवरे मरना जीना है,
तेरी गलियों का मैं हु आशिक तू एक नगीना है

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