बाबा मेरा बड़ा लखदातार है, खाटू से चला रहा सरकार है, जो भी आया दर बेड़ा पार है,

तर्ज – काली कमली वाला मेरा यार है

बाबा मेरा बड़ा लखदातार है,
खाटू से चला रहा सरकार है,
जो भी आया दर बेड़ा पार है,

खाटू वाला बड़ा ही प्यारा दीन दुखी का यह सहारा,
ज्यादा टेंशन लेना अब बेकार है,
खाटू से चला रहा सरकार है…..

सबकी सुनता खाटू वाला गरीब हो चाहे पैसे वाला,
पैदल वाले को मिल गई मोटर कार है,
खाटू से चला रहा सरकार है…..

तड़पाओ ना श्याम प्यारे हम भी बाबा है तुम्हारे,
लकी खाटू आने को बेकरार है,
खाटू से चला रहा सरकार है….

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