धुन- जुत्ती कसूरी पैरीं ना पूरी
श्याम मुरली वालिया वालिया,
जावीं ना मुखड़ा मोड़ के
बंसी तेरी मैं ना वेखी मैं ना वेखी
ले गई आ यमुना रोढ़ के
श्याम मुरली वालिया वालिया
जावीं ना मुखड़ा मोड़ के
गऊआं तेरियां मैं चरावां मैं चरावां
वछड़े लिआवां मैं मोड़ के
श्याम मुरली वालिया वालिया
बाग लवानी आं बगीचा लवानी आं
विच लवानी आं मेथरी
श्याम औढ़े पीला पीतांबर
राधा दी साड़ी केसरी
श्याम मुरली वालिया वालिया…
बाग लवानी आं बगीचा लवानी आं
विच लवानी आं तोरियां
श्याम तां मेरा सांवल श्याम
राधा ते मेरी गोरी आ
श्याम मुरली वालिया वालिया…
बाग लवानी आं बगीचा लवानी आं
विच लवानी आं ज़ीरा
श्याम तां मेरा बड़ा ही नटखट
राधा ते मेरी हीरा
श्याम मुरली वालिया वालिया..