हमको खाटू जाना है

हो सारे छोड़ छाड़ के काम इस बार जाना है।
अरे इस बार ही नहीं यार
हो सारे छोड़ छाड़ के काम हमें हर बार जाना है।
हमको खाटू वाले बाबा के दरबार जाना है।

कितने दिन पहले से करते हैं प्रेमी तैयारी।
तब जाके आती है बाबा के दर्शन की बारी।
लेके बाबा का निशान तोरणद्वार जाना है।
हमको खाटू वाले बाबा के दरबार जाना है।।

मुझको ये गाडी,बंगला, सब तूने श्याम दिया है।
करता तो सब तू ही है, बस मेरा नाम दिया है।
सबको देता है वो, लखदातार, जाना है।
हमको खाटू वाले बाबा के दरबार जाना है।

इस कलयुग में हारे का है केवल एक सहारा।
फिर क्यों फिरता है तू गर्वित दर दर मारा मारा।
जिसको पूजे ये सारा संसार, जाना है।
हमको खाटू वाले बाबा के दरबार जाना है।।

क्या तुमको समझाऊँ खाटू की है महिमा न्यारी।
एक अनाड़ी को भी ये कर देता है व्यापारी ।
करने श्याम धनी से हमको भी प्यार जाना है।
हमको खाटू वाले बाबा के दरबार जाना है।।

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