एहसान बहुत बाबा तेरे

एहसान बहुत बाबा तेरे
मैं भूलू ना मरते दम तक
मुझे तुमसे मोहब्बत हो गयी है
मुझे तेरी शरण में रहने दो
एहसान तेरा होगा मुझ पर ||

तुमने मुझको हसना सिखाया -२
रोने कहोगे रो लेंगे अब -२
आँसू का हमारे गम ना करो
वो बहते है तो बहने दो |||
मुझे तुमसे मोहब्बत हो गयी है
मुझे तेरी शरण में रहने दो
एहसान बहुत बाबा तेरे ॥

चाहे निभा लो चाहे मिटा दो -२
मर भी गये तो क्या होगा  -२
उड़ उड़ के कहेगी खाक मेरी
ये दर्द ए मोहब्बत करने दो |
प्रीतम तेरा गुण गा रहा
उसे अपनी शरण से ना दूर करो ॥
मुझे तुमसे मोहब्बत हो गयी है
मुझे तेरी शरण में रहने दो ॥

एहसान बहुत बाबा तेरे
मैं भूलू ना मरते दम तक
मुझे तुमसे मोहब्बत हो गयी है
मुझे तेरी शरण में रहने दो
एहसान तेरा होगा मुझ पर ||

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