लिखता रहूं गुणगान सांवरे , मैं गाता रहूं यही तान सांवरे

तर्ज – आता रहूं दरबार सांवरे

लिखता रहूं गुणगान सांवरे ,  मैं गाता रहूं यही तान सांवरे
सबसे सोना मेरा दिलदार सांवरे , मैं गाता रहूं यही तान सांवरे

उंगली पकड़ के मेरी बाबा मंदिर में ले आया
सब ने साथ छोड़ा तब बाबा ने हाथ बढ़ाया
बाने यूं रखना प्यार सांवरे
सबसे सोना मेरा दिलदार सांवरे , मैं गाता रहूं यही तान सांवरे

बंद पड़ी किस्मत को मेरी तूने ही चमकाया
पड़े हुए को तूने बाबा पलकों पर बैठाया
मेरा तो तू ही आधार सांवरे
सबसे सोना मेरा दिलदार सांवरे , मैं गाता रहूं यही तान सांवरे

मोर छड़ी  वाले की महिमा सब है ये मानी
 मेरे खाटू वाले की तो दुनिया है दीवानी
लकी का तू ही मददगार सांवरे
सबसे सोना मेरा दिलदार सांवरे , मैं गाता रहूं यही तान सांवरे

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