खुली है किस्मत जब से ये मेरी तेरी जो रहमत मुझको मिली है

तरज – फसी भवर में थी मेरी नैया

खुली है किस्मत जब से ये मेरी
तेरी जो रहमत मुझको मिली है

क्या था मैं बाबा क्या हो गया हूं
मेरी किस्मत तूने हीं खोली‌ है
मुझको तेरा साथ मिला है

तेरी जो रहमत मुझको मिली है

मेरा ये कुछ भी नहीं है बाबा
तेरी रहमतों का नहीं ठिकाना
मुझको ऐसा दाता मिला हैं

तेरी जो रहमत मुझको मिली है

दुखों का तू ही मिटाता है बाबा
भक्तों का साथ निभाता है बाबा
मुझको ऐसा साथी मिला है

तेरी जो रहमत मुझको मिली है

एहसान तेरा कैसे चुकाऊ
दिया है तूने वो ना भूल पाऊं
मुझको तेरा आशीष मिला है

तेरी जो रहमत मुझको मिली हैं

लकी के तुम तो भगवन हो प्यारे
परिवार उसका तेरे ही सहारे
मुझको ऐसा बाबा मिला है

तेरी जो रहमत मुझको मिली है

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