मुरलिया वाले रे बसुरिया वाले तुम संग लग रही प्रीत
मुरलिया वाले रे बसुरिया वाले
तुम संग लग रही प्रीत बसुरिया वाले रे
काहेन की तोरी बनी रे मुरलिया
अरे काहेन बंद लगाएं हरि, तुम संग लग रही प्रीत….
हरी रे बांस की बनी रे मुरलिया
अरे रेशम बंद लगाए हरि, तुम संग लग रही प्रीत….
कौन बजावे हरी रे मुरलिया
अरे कौन की मन लुभाए हरि, तुम संग लग रही प्रीत….
श्याम बजावे हरी रे मुरलिया
अरे राधा की मन लुभाए हरि, तुम संग लग रही प्रीत….
मुरलिया वाले रे बसुरिया वाले
तुम संग लग रही प्रीत बांसुरिया वाले