जादू कर गयो यशोमती को ये लाल

आ पिया इन नैनन में, पलक ढांप तोहे लूं,,
ना मैं देखूँ और को, ना तोहे देखन दूँ
कजरारी तेरी आँखों में, क्या भरा हुआ इक टोना है !
तेरा तो हसन औरों का मरन ,बस जान हाथ से धोना है !!
नित बांकी ये झांकी निहारा करूँ, छवि छाक से मोहे छकाय रहो,!
श्री बाँके बिहारी से यही विनती ,मेरे नैनों से नैना मिलाय रहो,!!

जादू कर गयो यशोमति को ये लाल 2
जाके नैना कारे हैं कमाल, ,,2
जादू कर गयो यशोमती को ये लाल,2

नींद ना आवे ,रोज सताबे 2
सौत मुरलिया मोहे जगावे,2
आधी रात जब छेड़े तान,2,,,,कान्हा,,
जादू कर गयो यशोमती को ये लाल,,,,,

कृष्ण ही कृष्ण है प्रेम अनूठा ,2
प्रेम दिखाकर सबको लूटा ,2
प्रेम में होवें ना सवाल ,,,कान्हा,,
जादू कर गयो यशोमती को ये लाल,,,,

कुंज बिहारी श्री हरिदासी,2
करुणा की है आस जरा सी,2
मन बस गयो मेरे बा़ंको लाल,,,2
जादू कर गयो यशोमती को ये लाल,,

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