मेरी तकदीर में मेरे बाबा,बात ऐसी तू एक लिख देना

मेरी तकदीर में मेरे बाबा,
बात ऐसी तू एक लिख देना,
गाऊं मैं आपके भजन जब तक,
मुझको इतनी ही जिंदगी देना। bd।

तेरे भजनों से ही जुड़ा तुझसे,
गहरा भावों का वो समंदर है,
पार हो जाता जो भी सुन लेता,
डूबता जो भी इसके अंदर है,
डूबता जो भी इसके अंदर है,
तेरी किरपा के चर्चे दुनिया में,
सबको बतलाऊं वो हुनर देना,
गाऊं मैं आपके भजन जब तक,
मुझको इतनी ही जिंदगी देना। bd।

तेरी दहलीज पर सुकूं जितना,
इस जमाने में मिल नहीं सकता,
कोई लेके चिराग भी ढूंढे,
ऐसा दरबार मिल नहीं सकता,
ऐसा दरबार मिल नहीं सकता,
तेरी चौखट पे जो चढ़ाऊं मैं,
मेरी आंखों में अश्क वो देना,
गाऊं मैं आपके भजन जब तक,
मुझको इतनी ही जिंदगी देना। bd।

मेरे जब पल हो आखरी बाबा,
तेरा खाटू मिले तमन्ना है,
सांस टूटे तेरे ही भजनों से,
तेरी मिट्टी में मुझको मिलना है,
तेरी मिट्टी में मुझको मिलना है,
‘स्नेह’ की स्याही लेखनी में हो,
तेरे भजनों की वो कलम देना,
गाऊं मैं आपके भजन जब तक,
मुझको इतनी ही जिंदगी देना। bd।

मेरी तकदीर में मेरे बाबा,
बात ऐसी तू एक लिख देना,
गाऊं मैं आपके भजन जब तक,
मुझको इतनी ही जिंदगी देना। bd।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *