माखन मिश्री को हांडा है चढ़ रहे शिखर पे झंडा है
माखन मिश्री को हांडा है चढ़ रहे शिखर पे झंडा हैयहां आदि गौड़ अहि भाषी ब्राह्मण बलदाऊ के पंडा हैसारे जग कि वो मात् रेवती करती है रखवारीमेरे दाऊजी महाराज बिरज में हो गए हैं अवतारीमेरे ठाकुर दाऊ दयाल जगत में हो गए हैं अवतारी थोड़ी पर हीरा रजत है एक गले में कटला सजत […]
माखन मिश्री को हांडा है चढ़ रहे शिखर पे झंडा है Read More »