करता हूँ एक विनती
करता हूँ एक विनती ,तुमसे ओ मेरे श्याम |दरबार ये ना छूटे ,संकट हो या आराम || जब क्रोध में आऊँ तो ,तुम शीतलता देना |जब हो जाऊँ मैं कठोर ,थोड़ी कोमलता देना |न आए अहम कभी ,प्रभु रखना थोड़ा ध्यान |सेवा ये ना छूटे ,चाहे दुख हो या आराम || जब पड़ जाऊँ कमजोर,प्रभु […]