आजा खाटू वाले तेरा दास बुलाता है
आजा खाटू वाले तेरा दास बुलाता है (तर्ज- उड़जा काले कावाँ) आजा खाटू वाले तेरा दास बुलाता हैलेजा अपनी नगरी तुझसे आस लगाता हैफागुन में फिर मेले लग गए भर गयी खाटू नगरीएक छोटा सा दास तेरा बाबा भटके डगरि डगरिओ लेजा मुझे खाटू वालेभगत तेरा है पुकारेओ लेजा मुझे खाटू वालेभगत तेरा है पुकारे […]
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